Considerations To Know About bhairav kavach
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संहार भैरवः पायात् ईशान्यां च महेश्वरः ।।
लज्जाबीजं तथा विद्यान्मुक्तिदं परिकीर्तितम् ॥ ९॥
karmkandbyanandpathak नमस्ते मेरा नाम आनंद कुमार हर्षद भाई पाठक है ।
डाकिनी पुत्रकः पातु पुत्रान् में सर्वतः प्रभुः
एतद् कवचमीशान तव स्नेहात्प्रकाशितम्।
पातु मां बटुको देवो भैरवः सर्वकर्मसु ॥
ॐ अस्य श्री बटुकभैरवकवचस्य आनन्द भैरव ऋषि: त्रिष्टुप्छंद: श्री बटुकभैरवो देवता बंवीजं ह्रीं शक्ति: ॐ बटुकायेति कीलकं ममाभीष्टसिद्ध्यर्थे जपे विनियोगः।
देवेशि देहरक्षार्थं कारणं कथ्यतां ध्रुवम् ॥ १॥
पातु शाकिनिका पुत्रः सैन्यं वै कालभैरवः
पूर्वस्यामसितांगो मां दिशि रक्षतु सर्वदा ।
।। इति बटुक भैरव तन्त्रोक्तं भैरवकवचम् ।।
️ नमो भगवते वासुदेवाय। मैं आपके चैनल के नारायण कवच का नियमित पाठक हूं । मैंने पिछले कमेंट में जिन…
बटुक भैरव कवच का व्याख्यान स्वयं महादेव ने किया है। जो इस बटुक भैरव कवच का अभ्यास करता है, वह सभी भौतिक सुखों get more info को प्राप्त करता है।
बटुकाय महेशानि स्तम्भने परिकीर्तितम् ।